Monday 2 May 2011

स्वप्न: भविष्य का संकेत या.


सपनों का जीवन में विशेष महत्व है। सपने भविष्य में होने वाली घटनाओं की पूर्व सूचना देते हैं। इनका अपना गोपनीय महत्व होता है। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार रात के प्रथम प्रहर में जो स्वप्न दिखते हैं उसका एक वर्ष में शुभ या अशुभ फल मिलता है। दूसरे प्रहर में जो स्वप्न दिखते हैं उनका नौमाह में, तीसरे प्रहर में देखे गए सपने का तीन माह में, चौथे प्रहर में देखे सपने का एक माह में और प्रात:काल के स्वप्न तुरंतफल देते हैं।

स्वप्न ज्योतिष के विद्वानों के अनुसार स्वप्न दो प्रकार के होते हैं एक इष्ट फल देने वाला तथा दूसरा दुष्ट फल देने वाला। इष्ट तथा दुष्ट फल देने वाले स्वप्न की जानकारी नीचे दी गई है-

1- नदी या समुद्र में तैरना, आकाश में उडऩा, सूर्योदय, प्रज्वलित आग, सूर्य आदि देखना, महल, मंदिर, शिखर चढऩे का सपना देंखे तो हर कार्य सफल व सिद्ध होता है।

2- स्वप्न में शराब पीना, मांस खाना, कीड़े खाना, शरीर पर विष्ठा(मल) लगाना, शरीर पर रक्त लगाना व दही-भात खाना शुभ व लाभदायक होता है।

3- स्वप्न में श्वेत चंदन लगाना, अलंकार पहनना अथवा पहने हुए देखना, यह सब देखने वाले जातक को शुभ समाचार मिलता है।

4- सूर्य या चंद्र को स्वप्न में निस्तेज देखना, ध्रुव या अन्य तारों को गिरते हुए देखने पर मनुष्य मरण अथवा शोक को प्राप्त होता है।

5- स्वप्न में यदि स्वयं को नाव में बैठकर नदी पार करते देखते हैं तो दूर की यात्रा का योग बनता है।

6- यदि स्वप्न में गंदे नाले में स्वयं को गिरते हुए देंखे तो बीमारी होती है और एक महीने के भीतर ही किसी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ता है।

7- जो व्यक्ति स्वप्न में गेंहू का ढेर देखता है तो उसे अचानक धन लाभ होता है।

8- स्वप्न में यदि दांत गिरते हुए देंखे तो आयु बढ़ती है।

9- यदि स्वप्न में सर्प दिखे तो अनिष्ट होने की संभावना रहती है तथा वंश वृद्धि में भी परेशानी आती है।

10- स्वप्न में घर का दरवाजा गिरते हुए देखें तो कुल का नाश हो जाता है।

11- स्वयं को स्वप्न में पर्वत पर चढ़ते हुए देंखे तो उच्चपद की प्राप्ति होती है।

12- सपने में खुद को थूकते हुए देंखे तो अनिष्ट फल मिलता है।

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