Sunday 8 May 2011

राज की बात

महिलाएं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं तो अपनी पर्सनालिटी से ज्‍यादा अपनी उंगलियों पर ध्‍यान दीजिए क्‍योंकि एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि महिलाओं को वे पुरुष खुबसूरत लगते हैं, जिनकी अंगूठी वाली उंगली तर्जनी से लंबी होती है। ब्रिटिश रॉयल सोसायटी के जर्नल बायोलॉजिकल साइंसेज में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया है। इस अध्ययन के अनुसार अंगुठी पहनने वाली चौथी उंगली अगर दूसरी उंगली या तर्जनी से लंबी हो, तो ऐसे पुरुष को महिलाएं आकर्षक समझती हैं। इस अध्ययन के अनुसार हम व्यवहार सीखते नहीं हैं, वह हमारी प्रकृति में निहित होता है

Thursday 5 May 2011

थोड़ा सा रूमानी हो जाएँ



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स्टूडेंट्‍स जब स्कूल की दहलीज पार कर कॉलेज पहुँचते हैं तो उन्हें वहाँ खुला माहौल मिलता है। जीवन के इस मोड़ पर उन्हें अधिक खुला, खुशनुमा और कुछ-कुछ रोमांचक माहौल भी मिलता है। इस खुले माहौल के साथ कॉलेज कैम्पस में हर स्टूडेंट्‍स किसी दूसरे को अट्रेक्ट और इम्प्रेस करना चाहता है।

यह बहुत स्वाभाविक भी है क्योंकि यही वह जगह है जहाँ नए-नए दोस्त मिलते हैं और नए संबंध बनते हैं। कई बार कुछ अलग अंदाज में, कुछ-कुछ रूमानियत में शुरू हुई यह दोस्ती जिंदगी भर के हमसफर से भी मिला देती है और कभी-कभी किसी ऐसे प्यारे दोस्त से भी जिसे जिंदगीभर याद रखा जा सके।

इसलिए इन दिनों कॉलेज स्टूडेंट्‍स में डेटिंग का जबर्दस्त क्रेज है। हर कोई किसी को डेट पर ले जाना चाहता है लेकिन जो इतना क्रिएटिव होता है वह आसानी से किसी को डेट पर ले जा सकता है। कैंपस लाइफ स्टाइल का एक अभिन्न हिस्सा बन चुकी है डेटिंग। फर्स्ट डेट के लिए प्रपोज करने हेतु आपका कुछ क्रिएटिव होना जरूरी है वरना बोरिंग और आजमाए हुए तरीके आपको हताश-निराश कर सकते हैं।

इसलिए स्टूडेंट विनीत वाही कहते हैं कि फर्स्ट डेट के बारे में युवाओं में उत्सुकता होती है, लेकिन यह उत्सुकता ही कई बार इस फर्स्ट डेट को लास्ट डेट में बदल देती है। कई बार युवा फर्स्ट डेट पर सामने वाले शख्स से उसकी जिंदगी के बारे में कुछ ऐसे अनचाहे सवाल पूछ डालते हैं जो उनके दिल को ठेस पहुँचा देते हैं। इसलिए दूसरे के बीते जीवन में दखलंदाजी न कर हलकी-फुलकी बातें करना चाहिए। इसमें आप अपने सेंस ऑफ ह्यूमर का इस्तेमाल कर इम्प्रेस कर सकते हैं और डेट को बोरिंग होने से बचा सकते हैं।

बेहतर होगा डेटिंग पर बातचीत की शुरुआत सामने वाले की हॉबीज और अन्य पसंदीदा चीजों पर की जाए। लेकिन डेट पर झूठ बोलने और बढ़ा-चढ़ाकर कुछ बात करने से बचना चाहिए। क्षितिज भूटानी कहते हैं कि आप किसी भी तरह के बनावटीपन से बचें। सबसे अच्छा यह है कि सरल व्यवहार करें और स्वाभाविक ढंग से मिलें।

कई बार डेटिंग पर स्टूडेंट किसी की स्टाइल मारने के चक्कर में मामला बिगाड़ देते हैं। प्रतीक व्यास मानते हैं कि डेटिंग पर जाना बुरी बात नहीं है लेकिन अपनी किसी हरकत या बात से साथी को असुविधा में न डालें। तभी आपकी डेट कामयाब हो सकती है। मनोज साहू कहते हैं कि आमतौर पर युवा खूबसूरत शख्स के साथ डेट पर जाना पसंद करते हैं लेकिन डेट पर जा रहे हैं तो उस शख्स के बारे में अच्छी तरह से जान-समझ लें।

1. प्रपोज करने के पहले नर्वस न हों।

2. खूबसूरती और कल्पनाशील तरीके से काम लें।

3. शुरुआत प्यारी सी फ्‍लर्टिंग से करें।

4. इजहार का कोई नया और अनूठा तरीका ईजाद करें।

5. बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें।

6. लुक पर ध्यान दें, कॉन्फिडेंट रहें।

7. यदि कोई मना कर दे तो कूल रहें।

8. बिना डिप्रेस हुए विदा लें।

कैसे जानें उनकी चाहत के बारे में?

'फूल खिलते हैं, बहारों का समा होता है
ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवाँ होता है
दिल की बात लबों से नहीं कहते
ये अफसाना तो निगाहों से बयाँ होता है'


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जी हाँ, वैसे बात तो बिलकुल सही है कि प्यार का अफसाना निगाहें बयाँ करती हैं लेकिन यदि ये भाषा स्पष्ट न हो तो ....? अमूमन होता ये है कि कोई आपको बहुत-बहुत चाहता है और आप ही से इस बात को छुपाना भी चाहता है, फिर आप कैसे जानेंगे उसके मन की बात?

आइए हम यहाँ आपके लिए कुछ टिप्स दे देते हैं, जो आपको ये जानने में मदद करेंगी कि आप जिन्हें चाहते हैं, वो आपके बारे में क्या सोचते हैं -

हर व्यक्ति का अपना एक दायरा होता है, जिसमें वह किसी को आने नहीं देना चाहता लेकिन जब आप किसी की चाहत में डूबे हों तो इस तरह के दायरे अपने आप सिमटने लगते हैं। दिल चाहता है वो इस दायरे को तोड़कर आपके करीब, बिलकुल करीब आ जाएँ। और उनके मन की बात जानने के लिए आपको इसी दायरे का सहारा लेना है। उनके बिलकुल करीब जाकर उन्हें अनजाने में छूने की कोशिश कीजिए और उनकी प्रतिक्रिया पर गौर करें यदि वो आपको चाहते हैं तो उन्हें आपकी ये हरकत अच्छी लगेगी अन्यथा वे आपसे दूर होने की कोशिश करेंगे।

उनके हावभाव, शारीरिक प्रतिक्रिया आदि पर ध्यान दें। यदि उनके मन में आपके लिए कुछ है तो वो आपको किसी न किसी बहाने छूने की कोशिश करेंगे, आपको देखते ही उनकी आँखों में चमक आ जाएगी, वो हमेशा आपका साथ पाने की कोशिश में लगे रहेंगे। ये ऐसी बातें हैं, जिन पर आप आसानी से उनके दिल की बात जान सकते हैं।

उनकी चाहत के बारे में पता करने का एक और तरीका यह है कि आप किसी न किसी तरह से उनका हाथ अपने हाथों में लेने की कोशिश करें। जैसे यदि उन्हें आपसे कोई चीज चाहिए तो उसे इस तरह से पकड़ें कि वो आपका हाथ पकड़े बगैर उसे ले ही न पाएँ। उनकी प्रतिक्रिया पर गौर करें। यदि वो आपका हाथ पकड़ने से कतराते हैं तो फिर उन्हें पटाने की आपकी कोशिश बेकार है।

किसी रैलिंग या टेबल या कहीं और अपना हाथ उनके हाथ के करीब रखें यदि वो आपको चाहते हैं तो जरूर आपका हाथ छूने की कोशिश करेंगे।

उनके व्यवहार का अध्ययन करें। क्या आपके सामने आते ही उनके हाथ काँपने लगते हैं और उन्हें पसीना आने लगता है? क्या वो बात-बेबात आपकी तारीफों के पुल बाँधने लगते हैं? आपसे मिलने और बात करने के बहाने ढूँढते हैं? यदि हाँ तो ये बात सही है कि वो आपको चाहते हैं।

ये कुछ ऐसी टिप्स हैं, जिनसे आप अंदाज लगा सकते हैं कि आपके दिल में जिसके प्रति प्यार उमड़ रहा है, वह आपको कितना चाहता है। तो फिर तैयार रहें...।

Tuesday 3 May 2011

एक स्पर्श ! जो बदल दे आपकी दुनियां

ladies touchकभी ऐसा हुआ है कि आप का सर जोर से दर्द कर रहा हो और तभी किसी का स्पर्श आपके लिए दवा का काम करे और आपका पूरा दर्द तुरंत दूर जाए. जी हां, ऐसा होता तो ज़रुर है.


प्यार अगर दुःख देता है तो वह सुख भी देता है. अपने प्यार के साथ बिताए वह सुनहरे पल जीवन में स्फूर्ति भर देते हैं, मन प्रफुल्लित हो जाता है और दिल धक -धक करने लगता है. वाकई प्यार जीवन के दुःख-दर्द को दूर करने की बेहतरीन दवा है.

प्याधर में भावनाओं के आदान-प्रदान के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है स्पर्श. शोधकर्ताओं का मानना है कि आपके प्यार का स्पर्श आपके लिए दवा की तरह कार्य करता है और अगर कोई लड़की पुरुष को छू ले तो पुरुषों का सारा दर्द दूर हो जाता है.

हाल ही में अमेरिका के शोधकर्ताओं ने एक शोध में पाया है कि महिला का स्पर्श पुरुषों के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है. अगर कोई पुरुष तनाव में होता है तो उस समय अगर महिला प्यार से उसके पीठ को मसाज दे तो इससे पुरुषों को बहुत आराम मिलता है, तनाव से घर्षित मन में सुकून रुपी स्फूर्ति का प्रवाह होता है, जिससे पुरुषों का तनाव कम होता है. वैसे ऐसा करने से संघर्ष की स्थिति में कठिन परिस्थितियों से लड़ने का बल भी मिलता है.

नारी स्पर्श के लाभ

• सर दर्द के समय पुरुषों के लिए दवा का कार्य करता है.
• पुरुष अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं.
• तनाव में यह पुरुषों को सुकून देता है.
• कठिन परिस्थितियों से लड़ने का बल देता है.
• और प्यार का एहसास पैदा करता है.

वैसे ज़िन्दगी में बहुत सी चीज़ें ऐसी होती हैं, जो कुदरती तौर पर होती हैं और महिला का स्पर्श भी ऐसी ही कुदरती दवा है.

उनके दिल में रहना है तो !

what-women-wantअगर पुरुष अपने साथी के साथ एक अच्छा रिश्ता कायम रखना चाहते हैं तो उनके लिए यह ज़रुरी हो जाता है कि वह महिलाओं की इच्छाओं और चाहतों को जानें. उन्हें मालूम होना चाहिए कि महिलाओं को क्या अच्छा लगता है. इसके अलावा पुरुष को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि महिलाएं कभी भी उनसे अपनी इच्छाएं ज़ाहिर नहीं करेंगी. परन्तु अगर आप इन टिप्स को अपनाएं तो आप उन्हें खुश रख सकते हैं.

1. पुरुष जब भी महिलाओं से बात करें तो ध्यान दें कि ऐसा कुछ भी ना बोलें जिससे महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचे.

2. शादी शुदा मर्दों को ध्यान रखना चाहिए कि महिलाएं अगर खुश हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि उनका मूड सेक्स करने का है.

3. महिलाएं बहुत संवेदनशील होती हैं. अतः पुरुषों को उनकी संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए.

4. महिलाओं को बातें करने का शौक होता है, उनसे जितनी भी बातें करो वह कभी नहीं थकतीं.

5. महिलाओं के दोस्तों के साथ भी आप शिष्टता से बर्ताव करें.

6. मौका मिले तो आप महिलाओं की जगह खुद खाना बनाएं.

7. अगर महिलाओं के साथ घूमने जाना है तो गाड़ी को तेज़ नहीं चलाना चाहिए.

8. कभी महिलाओं को अपने से नीचे ना समझें.

9. उन्हें प्यार दें.

10. और अंतिम बात खास तौर से ध्यान रहे कि महिलाओं से कभी झूठ न बोलें

आपके अंदाज में है सेक्स अपील

शरीर की भाषा और स्त्रियां
अगर स्त्रियों की बात करें तो कई बार कम खूबसूरत स्त्रियां अपनी बॉडी लैंग्वेज के चलते पुरुषों को अपना दीवाना बना लेती हैं। बहुत सी युवतियों की चाल, उनके बैठने, देखने और बात करने का अंदाज भर पुरुषों के भीतर उनके प्रति चाहत भड़काने लगता है। कई बार उनकी आंगिक भाषा से यह अनायास झलकता है और कई बार कुछ स्त्रियों द्वारा जानबूझकर शरीर की भाषा तय की जाती है।

सेक्सी लुक के प्रति सतर्कता बढ़ी
गौर करें तो हम पाएंगे कि आज के दौर में स्त्रियां अपने सेक्सी लुक के प्रति भी जागरुक हो रही हैं। वे पहले के मुकाबले अपने चलने, उठने-बैठने के तरीके को लेकर ज्यादा सतर्क हो गई हैं। वे पहले की तरह अपनी सेक्स अपील को छिपाती नहीं है बल्कि उसे साफ या कई बार आक्रामक तरीके से सामने भी रखती हैं। पतली कमर, उन्नत स्तन और भरे हुए नितंब उनमें शर्म नहीं गर्व की भावना पैदा करते हैं।

जो दीवाना बना दे...
स्त्रियों के शरीर की बनावट भी ऐसी होती है कि वे उसका इस्तेमाल बड़ी आसानी से पुरुषों के भीतर सेक्स की चाह भड़काने के लिए कर सकती हैं। खास तौर पर उनके वक्ष, कमर और जांघें पुरुषों के लिए हमेशा आकर्षण का विषय होती हैं। इतना ही नहीं स्त्रियों की कुछ हरकतें हमेशा पुरुषों के भीतर काम भावना को भड़काती हैं। मसलन उनके होठों की हरकत, अपनी जीभ पर जुबान फेरना या फिर आहिस्ता-आहिस्ता कुछ खाना भी पुरुषों को दीवाना बना सकता है।

पुरुषों के अंदाज
शरीर की यह भाषा पुरुषों के साथ-साथ स्त्रियों में भी काम करती है। आम तौर पर किसी कमरे में धीमी और सधी चाल से प्रवेश करने वाला पुरुष वहां बैठी स्त्रियों का ध्यान अनायास ही अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। यह सधी चाल बताती है कि उसका अपने-आप पर कंट्रोल है। अब पुरुषों का खुद पर कंट्रोल होना सेक्स में कितनी अहमियत रखता है, शायद यह बताने की जरूरत नहीं... कई युवतियों को स्मोकिंग करने पुरुष भाते हैं, भले वे अपने भावी पति का सिगरेट पीना सख्त नापसंद करें।

हालांकि यह सच है कि शरीर की इस भाषा का आज तक कोई सर्वसम्मत व्याकरण नहीं बन सका है। किसी को किसी का कोई भी अंदाज भा सकता है। लड़कियों का अपने बालों की लट उंगलियों से सुलझाना, तो कभी उनकी स्मार्टनेस तो कभी बे-परवाही और कभी एक्सपोज़ करना तो कभी शर्माना

भाव नहीं देने वाले युवकों पर मरती हैं युवतियां!

men and womenलकड़े लड़कियां पटाने के लिए तरह – तरह के टोटके अपनाते हैं कभी उनके लिए गिफ्ट लाते हैं तो कभी उन्हें घुमाने के लिए ले जाना चाहते हैं लेकिन दस में से नौ लड़को के द्वारा अपनाएं गए सभी हत्कंडे व्यर्थ जाते हैं. जो सफल होते है वाह खुशनसीब होते हैं. इसके बाद भी हारे हुए वह नौ लकड़े हार नहीं मानते.

लड़को की सबसे बड़ी परेशान यह रहती हैं कि लड़कियां उन्हें भाव नहीं देती. लेकिन कभी लड़को ने यह सोचा है कि अगर वह लकड़ियों को भाव न दे तों कैसी तस्वीर उभरकर सामने आती है ? बहुत ही कम लड़के होते है जो लड़कियों को भाव नहीं देते. ऐसे लड़के अपने में मस्त रहते हैं. लेकिन ऐसे लड़को पर एक खास बात भी लागू होती है कि “ऐसे लड़को पर लकड़ियां आकर्षित होती हैं.”

एक नए शोध के अनुसार, युवतियां खुद को भाव नहीं देने वाले व अपनी दुनिया में मस्त रहने वाले युवकों की तरफ आकर्षित होती हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के द्वारा कराए गए एक शोध से पाता चलता है कि लड़कियां को भाव न देते वाले और अपने में मस्त रहने वाले युवकों की तरफ लड़कियां खुद व खुद आकर्षित हो जाती है.

इस शोध में यह पाया गया कि लड़कियां किसी लड़के के बारे में राय बनाने से पहले यह तय करती हैं कि वो लड़का उन्हें कितना पसंद करता है? अगर लड़की को पता लगे कि लड़का उसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता, तो वो उसके बारे में अधिक सोचने लगती है. इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने वर्जीनिया विश्वविद्यालय की 47 लड़कियों पर अध्ययन किया गया था.

इस शोध के आकड़ो का अध्ययन करने के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि 67 प्रतिशत लड़कियों का मानना था कि वह लड़के जो उन्हें भाव नहीं देते उनकी तरफ़ वह ज़्यादा आकर्षित होती हैं. इसके अलावा मस्त रहने वाले लड़के भी उन्हें आकर्षित करते हैं.

अब लगता है कि लड़को को अपने पैतरे बदलने होंगे. तभी उनसे लड़कियां पटेगी.

फ्लर्टिंग एक कला

फ्लर्टिंग कहते हैं कि फ्लर्टिंग सबके बस की बात नहीं होती इसके लिए आपको चंचल स्वभाव का होना ज़रुरी होता है. लेकिन क्या फ्लर्टिंग की राह पे बनाया गया रिश्ता समय के थपेड़ों को झेल पाता है? उत्तर शायद नहीं है. लेकिन इसके बावज़ूद भी बहुत से लोगों को फ्लर्टिंग पसंद है. फ्लर्टिंग या इश्कबाजी करने वाले लोग रिश्तों की गंभीरता से अंजान होते हैं और उन्हें तो यह भी नहीं पता रहता है कि मनुष्य जीवन में रिश्ते पूंजी समान है. और अब तो शोधकर्ताओं का भी मानना है कि इश्कबाजी या फ्लर्टिंग की अदा ही किसी भी रिश्ते के नतीजे को तय करती है.

यूनिवसिर्टी ऑफ कैनसॉस की सहायक शोधकर्ता जेफरी हॉल के मुताबिक, फ्लर्टिंग के भी पांच अलग-अलग तरह के प्रकार होते हैं:

1. शारीरिक फ्लर्टिंग – शारीरिक फ्लर्टिंग मूलतः मनुष्य की सेक्सुअल रुचि से संबंधित होती है. इस प्रकार के लोगों के अक्सर दूसरों से रिश्ते बहुत तेजी से विकसित होते हैं.

2. पारंपरिक फ्लर्टिंग – इसके अंतर्गत यह धारणा है कि हमेशा पुरुषों को पहला कदम उठाना चाहिए क्योंकि इन व्यक्तियों का यह मानना है कि पुरुष डेटिंग में अधिक निष्क्रिय भूमिका निभाते हैं.

3. गंभीर या विनम्र – हालांकि फ्लर्टिंग में गंभीरता नहीं होती लेकिन तब भी कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो फ्लर्टिंग से शुरू होते हैं और वक्त के साथ गंभीर हो जाते हैं. महिलाओं में यह प्रवृत्ति अधिक होती है.

फ्लर्टिंग 4. चंचलता - फ्लर्टिंग को हम चंचलता से भी तौलते हैं. इस तरह की फ्लर्टिंग में देखा जाता है कि रोमांस कम और मौज़-मस्ती ज्यादा होती है. जिसके कारण दो व्यक्तियों के बीच रिश्ता ज़्यादा दिनों तक कायम नहीं रहता.

5. शालीन या विनम्र – फ्लर्टिंग की यह शैली समुचित शिष्टाचार और नॉन सेक्सुअल संचार पर केंद्रित होती है.

इस शोध के लिए हॉल ने 5,100 से अधिक लोगों पर अध्ययन किया और इसके अंतर्गत उनकी रोमांस के प्रति दिलचस्पी का खास तौर से विश्लेषण किया गया.

इस शोध के अनुसार इश्क कई तत्वों का मेल है जिसमें फ्लर्टिंग भी शामिल है. लेकिन इनमें से किसी न किसी एक तत्व की अधिकता होती है जो इश्क की स्टाइल तय करती है

सोशल नेटवर्किंग: डूज एंड डोन्‍ट्स


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भले ही सोशल नेटवर्किंग का क्रेजी आज का युवा इंटरनेट के मामलों में काफी समझदार हो गया हो लेकि‍न उसे ये नहीं भूलना चाहि‍ए कि‍ एक छोटी सी भूल उसका बना बनाया खेल बि‍गाड़ सकती है। ऑरकुटिंग के चक्‍कर में मर्डर, धमकी और कि‍ड्नेपिंग के अब कई मामले सामने आ चुके हैं।

सोशल नेटवर्किंग में खतरे हैं तो क्या इसका यह मतलब नहीं है कि‍ हमें इन साइट्स को ब्लॉक कर देना चाहिए या हमें इन साइट्स का प्रयोग ही नहीं करना चाहिए। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, कि सोशल नेटवर्किंग साइट पूरी तरह से सुरक्षित है। मगर केवल तब तक जब तक आप इसका सुरक्षित ढंग से प्रयोग करें।

इसका रखें ध्‍यान :
हमेशा अपनी पूरी जानकारी न दें।

अपनी पर्सनल फोटो आदि को अपलोड न करें।

अकसर नाबालिक बच्चे अपनी गलत जानकारी देकर इन अकाउंट्स को खोल लेते हैं। यदि आपके किशोर और किशोरियां भी इसी तरह के अकाउंट बना रहे हैं तो उन्हें ऐसा करने से रोकें।

सोशल नेटवर्किंग के जरिए बने दोस्तों को अपनी निजी जीवन की जानकारी न दें।

ध्यान रहे कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स नए लोगों से मिलने और सभी से जुड़े रहने का एक माध्यम है। इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा न बनने दें।

आपके अपने लोग आपके करीब हैं। इन साइट्स का प्रयोग केवल आप नए लोगों से जुड़ने या अपनी नेटवर्किंग के दायरे को बढ़ाने के लिए करें। अपनी निजी जिंदगी को दूसरों पर जाहिर न होने दें।

इसके लाभ :
आप आसानी से नए लोगों को दोस्त बना सकते हैं। बस केवल एक फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही नई दोस्ती का दौर शुरू।

सोशल नेटवर्किंग आपको अकेलेपन का शिकार नहीं होने देता है।

आप हमेशा व्यस्त रहते हैं।

आपको इस बात का अहसास होता है कि कोई आपकी बात सुन रहा है।

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आपको दोस्तों की कमी महसूस नहीं होती है।

कई बार सोशल नेटवर्किंग आपके बिजनेस को भी लाभ पहुँचा सकता है।

नुकसान :
सोशल नेटवर्किंग एक प्रकार की लत है। आप इसके आदी होते चले जाते हैं।

यह मानसिक और भावनात्मक रूप से परेशान कर सकता है।

आपके लिए इन साइट्स पर समय बिताना जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता है। आप इसे इतनी ज्यादा प्राथमिकता देने लगते हैं कि आप अपने जीवन की अन्य महत्वपूर्ण चीजों को भूल जाते हैं।

सबसे बड़ी चीज ये साइट्स आपके बहुमूल्य समय को बर्बाद करती हैं क्योंकि आप इन साइट्स पर बहुत समय तक फंसे रहते हैं।

अकसर इन साइट्स में आप अपने आपको बेस्ट और परफेक्ट दिखाने के लिए झूठी जानकारी देते हैं। जो कि आपके व्यवहार और व्यक्तित्व को प्रभावित भी कर सकती है।

कई बार इन साइट्स के कारण कुछ लोगों को डिप्रेशन जैसी समस्या भी होने लगती है।

आपका डेटा और फोटोग्राफ का प्रयोग गलत कार्य के लिए भी किया जा सकता है।

इंटरव्यू : लुक एट योरसेल्‍फ


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आप इंटेलि‍जेंट हैं और अपनी फील्‍ड का नॉलेज भी रखते हैं। आपकी मार्कशीट बताती है कि आप बेस्‍ट हैं, पर आप इंटरव्यू के दौरान जींस की पेंट और टीशर्ट में पहुँच जाते हैं तो क्या आप बुद्धिमान है। क्या आपका सिलेक्शन होगा? हो भी सकता है, पर नहीं होने की संभावना ज्यादा है।

कहते हैं न फर्स्ट इम्प्रेशन इस द लास्ट इम्प्रेशन। हो सकता आप में से कई इस बात को नहीं मानते हो पर यह बात सही है।

हमारे पास किसी भी व्यक्ति के बारे में अंदाजा लगाने के लिए ही सही, उसका पहनावा ही आधार रहता है और यही बात इंटरव्यू के दौरान भी लागू होती है। आप किस तरह का ड्रेस पहनकर इंटरव्यू बोर्ड के सामने जाते हैं इससे काफी फर्क पड़ता है। आइए, जानते हैं कि गर्ल्स और बॉयज के लिए इंटरव्यू के दौरान किस तरह की सावधानी रखी जानी चाहिए।

बॉयज के लि‍ए
1. गहरे रंग का बि‍जनेस सूट पहन सकते हैं और अगर पहली बार इंटरव्यू के लि‍ए जा रहे हैं तब शर्ट भी चल सकता है पर शर्ट का रंग बहुत ज्‍यादा गहरा नहीं होना चाहि‍ए।

2. शर्ट लंबी बाँह का हो।

3. टाई जरूर पहनें।

4. मोजे का रंग गहरा हो और जूते भी प्रोफेशनल वातावरण में पहनने योग्‍य हो।

5. हेयर स्‍टाइल सामान्‍य हो।

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6. आफ्टर शेव लोशन की कम मात्रा लगाएँ।

7. हाथ में बायोडाटा और सर्टि‍फि‍केट रखने के लि‍ए छोटी ब्रीफकेस या अच्‍छा-सा फोल्‍डर हो।

गर्ल्‍स के लि‍ए
1. सूट या साड़ी जो भी पहनना हों वो ज्‍यादा गहरे रंग का या वर्क कि‍या हुआ न हो।

2. हाई हि‍ल्‍स न पहनें।

3. ज्‍वेलरी का बहुत ज्‍यादा प्रयोग करें।

4. मेकअप आपके चेहरे की खूबसूरती को उभारने वाला और हल्‍का हो।

5. परफ्यूम या डि‍यो का प्रयोग बहुत ज्‍यादा मात्रा में न करें।

6. मेनि‍क्‍यूर्ड नेल्‍स हों।

7. हाथ में चमड़े या अन्‍य मटेरि‍यल का फोल्‍डर हो जि‍समें आप बायोडाटा व सर्टि‍फि‍केट रख सकें।

Monday 2 May 2011

क्यों जरूरी है मौसमी फल-सब्जियां

क्यों जरूरी है मौसमी फल-सब्जियां डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट की मानें तो मौसमी फल-सब्जियां पावर डाइट की भूमिका अदा करते हैं। इनमें विटमिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए अगर आप सेहतमंद रहना चाहती हैं तो जिस मौसम में जिन खास फल और सब्जियों की बहार हो, उनका सेवन जरूर करें।
हालांकि आज हर छोटे व बडे शहर में दुनिया भर के ताजे फल व सब्जियां मिलती हैं। मसलन मेट्रो शहर में सितंबर तक तरबूज, खरबूजा और दिसंबर तक आम मिलता है। लेकिन अहम बात यह है कि मौसमी फलों का इस्तेमाल उनके सही मौसम में ही करना चाहिए, क्योंकि तभी उसमें पोषक तत्वों की मात्रा सबसे अधिक होती है।
डाइटीशियन दलजीत कहती हैं कि जिस मौसम में हमारे शरीर को जिन खास पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, कुदरत उन पोषक तत्वों से भरपूर फल व सब्जियां उसी मौसम में पैदा करती है। जैसे कि मई और जून में जब आम का मौसम होता है, उसका सेवन करना चाहिए। दरअसल इस मौसम में शरीर के लिए विटमिन सी, बीटा-कैरोटिन और एंटी ऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व जरूरी होते हैं। इनकी पूर्ति आम से आसानी से हो जाती है।
अगर इसे संतुलित रूप से खाया जाए तो वजन भी नहीं बढेगा और शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाएंगे।
इसी तरह सर्दियों में संतरे, अंगूर, गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन जरूरी होता है। इनसे विटमिन सी, बी और के मिलते हैं, जो शरीर को रोग से लडने की खास क्षमता प्रदान करते हैं। तो आइए जानें कि किस मौसम में क्या खाना फायदेमंद होगा।
पालक : सर्दी के मौसम में पालक की भरमार होती है। इसमें विटमिन ए, सी, के, बी 2 और बी 6 पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को प्री-रेडिकल्स के नुकसानदेह प्रभावों से बचाते हैं। पालक का प्रयोग आप किसी भी रूप में कर सकती हैं। साग, सैलेड या सूप के रूप में भी।
मेथी व सरसों का साग : सर्दियों में यह खूब मिलता है। यह एनीमिया (खून की कमी) और सांस संबंधी समस्याओं से दूर रखता है। इसकी तासीर गर्म होती है, जो सर्दी से बचाती है। यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
तरबूज व खरबूज : गर्मियों में इनकी बहार होती है। ये शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते। साथ ही लू लगने से बचाते हैं। इसमें विटमिन सी और ई पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं।
मटर : इसमें विटमिंस बी1, बी6 और बी3 पाए जाते हैं, जो प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी हैं। सर्दियों में मटर की बहार होती है। हालांकि कोल्ड स्टोरेज की सुविधाओं और रेफ्रिजरेशन के कारण आज सभी सब्जियां खास तौर पर मटर बारहों मास उपलब्ध होता है। यह प्रोटीन, आयरन और विटमिंस का बेहतरीन स्रोत है।
लीची : गर्मियों में मिलने वाली लीची लू के प्रकोप से बचाती है। इसमें विटमिन सी, ए व बी भी पाया जाता है, जो गर्मी को शांत करता है। तत्काल ऊर्जा प्राप्त करने के लिए लीची कारगर होती है।
गाजर : ठंड और गर्मी दोनों ही मौसम में गाजर मिलती है। सर्दी में लाल और गर्मी में नारंगी गाजर मिलती है, जिसमें कैरोटिन पाया जाता है। इसमें विटमिन के भी पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी बढाता है। भूख लगने पर गाजर को इंस्टैंट फूड की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। सर्दियों में इसका जूस लाभदायक होता है।
स्ट्रॉबेरी : जून से अगस्त तक मिलने वाली स्ट्रॉबेरी में मौजूद इलाजिक एसिड और एंटोसाइनाडिंस कैंसर, स्ट्रोक और हृदय रोगों से बचाव करने में मदद करते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के अलावा एंटीइन्फ्लमेटरी गुण भी होते हैं। इसमें विटमिन सी, मैग्नीशियम और फोलिक एसिड भी पाए जाते हैं।
आम : गर्मियों में फलों का राजा आम सबसे अधिक पसंद किया जाता है। इसमें विटमिन सी और बी सबसे अधिक पाए जाते हैं। यह गरिष्ठ होता है, इसलिए इसे मैंगो शेक के रूप में लेने से लाभ अधिक होता है। वजन बढने के डर से इससे दूर न रहें। इस मौसम में थकान और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए सीमित मात्रा में आम का प्रयोग जरूरी होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स उम्र बढने से संबंधित समस्याओं को कम करता है।
खीरा : यूं तो खीरा हर मौसम में दिखता है, लेकिन मई से अगस्त तक इसका खास मौसम होता है। यह एंटीइन्फ्लामेटरी, एंटीएलर्जिक और एस्ट्रिंजेंट का काम करता है। खीरा ठंडक प्रदान करता है। गर्मियों में इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम और विटमिन ए पाए जाते हैं, जो रक्त संचार की प्रक्रिया को नियमित करने में मदद करते हैं।
संतरा : इसमें पर्याप्त विटमिन सी होता है। इसलिए सर्दियों में इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम जैसी समस्या नहीं होती। इसमें बीटा-कैरोटिन, पोटैशियम और कैल्शियम भी होता है। इसके अलावा इसमें फोलेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो गर्भवती स्त्रियों के लिए बहुत उपयोगी होता है।
ब्रॉक्ली : जुलाई से अक्टूबर तक ब्रॉक्ली का मौसम होता है। इसमें मौजूद इंडोल्स और सल्फोराफेन जैसे दो महत्वपूर्ण फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो कैंसर के खतरों को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही बरसात के मौसम में होने वाले रोगों व एलर्जी की समस्या से भी दूर रखते हैं।

पहली डेट

आपकी पहली डेट है और आप बेहद नर्वस हैं, तो हम आपको कुछ टिप्स देते हैं। अगर आप इन बातों को ध्यान में रखकर चलेंगे, तो आपके लिए अपनी पहली डेट इंजॉय करना आसान हो जाएगा :

लड़कों के लिए-

समय पर पहुंचे

तय समय पर पहुंच जाएं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आपकी डेट वहां घंटा बैठकर आपका इंतजार करती रहे। इससे फर्स्ट डेट पर ही आपका इंप्रेशन गलत पड़ेगा। हालांकि यह बात दोनों तरह लागू होती है।

ड्रेसअप अच्छी तरह हों

जो भी ड्रेस पहनें, वह साफ सुथरी हो। फुटवियर्स आरामदायक और ड्रेस को सूट करने चाहिए। आपकी डेट को लगना चाहिए कि आप अच्छी तरह तैयार होकर आएं हैं। कोई अच्छा सा परफ्यूम लगाएं, ताकि आपके बदन से आ रही भीनी खुशबू सामने वाले को अच्छी लगे।

विनम्र रहें

विनम्र रहें। न केवल अपनी डेट के साथ, बल्कि हर किसी के साथ ऐसा व्यवहार रखें। दरअसल, विनम्रता व्यक्ति की पर्सनैलिटी को निखार देती है।

कॉम्प्लिमेंट्स

अगर आपको मिलने के बाद उनकी कोई बात अच्छी लगे, तो जाने से पहले उसे जरूर बताएं। कई लोग दूसरों की अच्छी चीजों के बारे में कुछ नहीं कहते। लेकिन, अगर आप अपने रिलेशन को सहज रखना चाहते हैं, तो उसकी तारीफ जरूर करें। अगर आपने अपनी डेट के साथ अच्छा समय बिताया है, तो इस बात को शब्दों में जरूर कहें।

आई कॉन्टैक्ट

बातचीत में आई कॉन्टैक्ट बनाकर चलें, लेकिन घूरें नहीं। कई लोग बात करते समय आंखों में न देखकर इधर-उधर देखते रहते हैं, जो बहुत बुरा लगता है। मास मीडिया स्टूडेंट कविता शिंदे कहती हैं, 'मुझे तब बेहद बुरा लगता है, जब कोई बात करते समय आंखों में न देखकर इधर-उधर बदन पर नजर डालता है।'

मोबाइल ऑफ रखें

पहली डेट के दौरान अपना मोबाइल ऑफ रखें। अगर बहुत जरूरी कॉल आनी हो , तो इसे वाइब्रेशन पर कर दें। कॉल सेंटर एग्जेक्यूटिव सीमा कहती हैं , ' जब मैं अपने फ्रेंड के साथ पहली डेट पर गई थी , तो मैं उसके फोन से इतना परेशान हो गई कि आखिर मुझे इसे फोन बंद करने के लिए कहना पड़ा। इस तरह तो हम बात ही नहीं कर पा रहे थे। '

ड्रिंक करके जाएं

अपनी फर्स्ट डेट पर ड्रिंक करके जाएं। वरना उस पर आपका इम्प्रेशन गलत पड़ेगा। हो सकता है कि उसे इतना बुरा लगे कि यह आपकी आखिरी डेट बन जाए।

महिलाओं के लिए-

अपीयरेंस

फर्स्ट डेट में सोबर लुक कैरी करें और ज्यादा मेकअप करें। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप मेकअप की मोटी परत चढ़ाकर उनसे मिलने चली जाएं। एक्सपोज करने वाली ड्रेसेज पहनें।

उसकी सुनें

अपने डेट की सारी बातें ध्यान से सुनें और उन्हें बीच में टोके नहीं। आईटी प्रफेशनल मनोज श्रीवास्तव अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हैं , ' एक लड़की से पहली मुलाकात में बात करते हुए मुझे लगा कि वह मुझे पूरी अटेंशन नहीं दे रही है। इसका यही मतलब हुआ कि उसे मुझमें ज्यादा इंटरेस्ट नहीं था। इसी वजह से उसके साथ मेरी पहली डेट ही अंतिम डेट रही। '

ज्यादा सवाल करें

पहली मुलाकात में ही बहुत सारे सवाल कर डालें। उनकी पहली रिलेशनशिप को लेकर तो ऐसा करने पर तो खासतौर पर बचें। उन्हीं मुद्दों पर बात करें , जो आपके बीच कॉमन हों।

डाइनिंग एटिकेट्स

फर्स्ट डेट पर टेबल मेनर्स बेहद मायने रखते हैं। साथ ही मेन्यू चेज करने में भी सावधानी बरतें। कम से कम पहले दिन तो नूडल्स जैसी चीजें खाना अवॉइड ही करें।

स्ट्रॉन्ग परफ्यूम का इस्तेमाल से बचें

इतना परफ्यूम डालकर जाएं कि सामने वाले को उसकी खुशबू झेलनी मुश्किल हो जाए। अगर आपको समाने वाले के टेस्ट का पता है , तो उसका मनपसंद परफ्यूम लगाकर जाएं। अगर नहीं है , तो लगाने से बचें। अगर लगाना ही चाहती हैं , तो सॉफ्ट खुशबू वाला परफ्यूम लगाएं। मार्केटिंग प्रफेशनल राहुल गुप्ता कहते हैं , ' मेरी डेट जब पहली बार मुझसे मिलने आई , तो क्लब में घुसते ही उसके तीखे परफ्यूम की महक को मैं आज भी नहीं भूल पाया हूं। जितनी देर हम बैठे रहे , मैं काफी परेशान रहा। '

पेमेंट करते समय ऑफर रखें

आमतौर पर लड़कियां यह सोचकर चलती हैं कि खाने का पेमेंट लड़का ही करेगा , जो सही नहीं है। आप भी इस मामले में पीछे रहें।

फिजिकल अफेक्शन से बचें

जब तक आप अच्छी तरह एक - दूसरे को समझ नहीं जाते , तब तक हग किस करें। कम से कम फर्स्ट डेट में तो इस चीज से जरूर बचें।

कम्फर्ट लेवल

पहली डेट पर नर्वस होना लाजमी है , लेकिन मिलने जाने से पहले अपनी इस घबराहट से बाहर जाएं। दरअसल , अगर आप दोनों के बीच अच्छा कम्फर्ट लेवल रहेगा , तो आप ज्यादा अच्छी तरह बातचीत कर पाएंगे।

जो हैं , वही रहें

अच्छा इम्प्रेशन देने के लिए खुद को गलत तरीके से प्रजेंट करें। अपना असली रूप ही उसके सामने रखें। हेल्दी रिलेशनशिप के लिए बुनियाद मजबूत रखें , तभी आप आगे अच्छा रिलेशनशिप रख पा एंगे।

रोमांस की बदलती परिभाषाएँ

पुराने समय का रोमांस शायद कहीं अधिक रोमांटिक था, लुक-छिपकर एक-दूसरे को निहारना, लंबी सैर पर निकल जाना, कॉफी की चुस्कियाँ लेना और एक-दूसरे का हाथ पकड़ना आदि। स्पर्श के इस रोमांच को प्रेमी युगल कई दिनों तक नहीं, महीनों-सालों तक महसूस करते थे।


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रोमांस के नाम पर मन में जोश और उत्साह होता था। रोमांस का जिक्र आते ही होठों पर खिली शर्मीली मुस्कुराहट तो दिखाई दे जाती थी, लेकिन मन में फूटते लड्डुओं का अंदाजा मात्र चेहरे को देखकर लगानमुश्किहोतथा

दूसरी तरफ आधुनिक रोमांस की गति इतनी तेज है कि प्रेमी युगल के पास उसे महसूस करने के लिए, उन क्षणों को जीने के लिए समय ही नहीं है। आज का हाईटेक रोमांस भाषा-प्रधान है, जो ई-मेल, चैटिंग और एसएमएस द्वारा तुरंत संचारित होता है। आज रोमांस को समय और दूरी का मुँह नहीं ताकना पड़ता। अब रोमांस का स्थान डिस्को, पार्टियों, डेटिंग आदि ने ले लिया है जहाँ शोरशराबे में इच्छाएँ-कामनाएँ पहले ही खत्म हो जाती हैं।

अंत में यही कहा जा सकता है कि रोमांस का भाव स्थायी नहीं है, बल्कि संचारी है। जो किसी विषय, वस्तु या फिर व्यक्ति विशेष के बारे में सोचते हुए तन-मन में संचारित होता है और कुछ भी पलों में गायब भी हो जाता है। प्रेम और रोमांस दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। इनके बिना जीवन ऐसे रेगिस्तान के समान है, जहाँ कभी कुछ नहीं खिल सकता।

स्वप्न: भविष्य का संकेत या.


सपनों का जीवन में विशेष महत्व है। सपने भविष्य में होने वाली घटनाओं की पूर्व सूचना देते हैं। इनका अपना गोपनीय महत्व होता है। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार रात के प्रथम प्रहर में जो स्वप्न दिखते हैं उसका एक वर्ष में शुभ या अशुभ फल मिलता है। दूसरे प्रहर में जो स्वप्न दिखते हैं उनका नौमाह में, तीसरे प्रहर में देखे गए सपने का तीन माह में, चौथे प्रहर में देखे सपने का एक माह में और प्रात:काल के स्वप्न तुरंतफल देते हैं।

स्वप्न ज्योतिष के विद्वानों के अनुसार स्वप्न दो प्रकार के होते हैं एक इष्ट फल देने वाला तथा दूसरा दुष्ट फल देने वाला। इष्ट तथा दुष्ट फल देने वाले स्वप्न की जानकारी नीचे दी गई है-

1- नदी या समुद्र में तैरना, आकाश में उडऩा, सूर्योदय, प्रज्वलित आग, सूर्य आदि देखना, महल, मंदिर, शिखर चढऩे का सपना देंखे तो हर कार्य सफल व सिद्ध होता है।

2- स्वप्न में शराब पीना, मांस खाना, कीड़े खाना, शरीर पर विष्ठा(मल) लगाना, शरीर पर रक्त लगाना व दही-भात खाना शुभ व लाभदायक होता है।

3- स्वप्न में श्वेत चंदन लगाना, अलंकार पहनना अथवा पहने हुए देखना, यह सब देखने वाले जातक को शुभ समाचार मिलता है।

4- सूर्य या चंद्र को स्वप्न में निस्तेज देखना, ध्रुव या अन्य तारों को गिरते हुए देखने पर मनुष्य मरण अथवा शोक को प्राप्त होता है।

5- स्वप्न में यदि स्वयं को नाव में बैठकर नदी पार करते देखते हैं तो दूर की यात्रा का योग बनता है।

6- यदि स्वप्न में गंदे नाले में स्वयं को गिरते हुए देंखे तो बीमारी होती है और एक महीने के भीतर ही किसी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ता है।

7- जो व्यक्ति स्वप्न में गेंहू का ढेर देखता है तो उसे अचानक धन लाभ होता है।

8- स्वप्न में यदि दांत गिरते हुए देंखे तो आयु बढ़ती है।

9- यदि स्वप्न में सर्प दिखे तो अनिष्ट होने की संभावना रहती है तथा वंश वृद्धि में भी परेशानी आती है।

10- स्वप्न में घर का दरवाजा गिरते हुए देखें तो कुल का नाश हो जाता है।

11- स्वयं को स्वप्न में पर्वत पर चढ़ते हुए देंखे तो उच्चपद की प्राप्ति होती है।

12- सपने में खुद को थूकते हुए देंखे तो अनिष्ट फल मिलता है।