Thursday 24 November 2011

अगर मानना हो श्रीमती जी को

पति-पत्नी का रिश्ता बड़ा निराला होता है। यह एक मात्र ऐसा रिश्ता है जिसमें केवल दो व्यक्ति हीं एक दूसरे को समझते और ख्याल रखते हैं। एक मात्र इसलिए क्योंकि बाकी के रिश्ते में दो से ज़्यादा लोग हो सकते हैं। जैसे माँ बेटे के रिश्ते मे माँ तो एक होगी पर बेटे या बेटियाँ 1 से ज्यादा हो सकते हैं। ऐसे में पति और पत्नी के बीच अगर मन मुटाव हो जाए तो आप अकेले ही मूंह लटकाए गुम-सुम से रहने लगते हैं। आप सोचते हैं कि अपनी समस्या को किससे बताऊं, कहां जाऊं, क्या करूँ, कुछ भी समझ में नहीं आता। आप मूँह मत लटकाएं, बस कुछ ज़रूरी बातों पर ध्यान दे कर आप ना केवल अपनी परेशानी को छू-मंतर कर सकते हैं बल्कि आप अपनी धर्म-पत्नी का भरपूर प्यार भी पा सकते हैं।
सबसे पहले तो आप इस कारण का पता लगाइए कि आपकी मैडम आपसे नाराज़ क्यों हैं।
जब आपको ऐसा लगे की गलती आपकी है, तो बिना कुछ सोचे और झिझके उनसे वादा कीजिए की अब अगली बार ऐसी गलती कभी नही होगी और अगर आपकी गलती नही है, तो भी आप उनकी बात का बुरा नही मान सकते, क्योंकि नाराज़ आप नहीं, आज तो वो आपसे नाराज़ हैं। प्यार से उनके करीब जाइए और आँखें नीची कर के कहिए जानू, “मैं जनता हूँ की आप मुझसे नाराज़ हैं, पर मैने गलती जान बूझ के थोड़े ही की, वो तो मेरी किस्मत ही खराब है, जो मुझसे गलती हो जाती है”। यकीन मानिए आपकी मोहतर्मा तुरंत पसीज जाएँगी । अरे भाई! वो कोई पत्थर दिल थोड़े ही हैं।
पत्नी की नाराज़गी का स्तर जानिए।
चुप-चाप जिस तरह डॉक्टर थर्मामीटर से बुखार मापता है, उसी तरह आप भी अपनी प्यारी मुमताज़ के गुस्से का अंदाज़ा लगाएं की उनका गुस्सा किस आसमान पर है। जब आपको ये लगे की पत्नी ने न बोलने की कसम खा रखी है और आपको सुन भी नही रही, तो आप ऐसा मत समझिए की वो सही में आपको नही सुन रही। इसलिए कुछ ऐसा ना बोलें की आपकी शामत आ जाए और सारा गुस्सा, नाराज़गी वो हाथों से उतारने लगें । घर को तितर-बितर कर के वो आपको हिला भी सकती है। अतः आप सावधान रहें।
कुछ समय का विश्राम दें।
जब आपको ये लगने लगे कि आपकी पत्नी ने नहीं बोलने की कसम खा रखी है तब आप भला क्या कर सकते हैं, पर यह बोलते हुए की मेरी जगह खुद को रख कर देखो कि आपके इस व्यवहार से मुझे कैसा लगेगा। आप बार-बार यह साबित करने की कोशिश कीजिए कि आप ने अंजाने में उनको नाराज़ किया है।
कुछ ऐसा करें की आपकी बेगम को हंसी फूटने लगे।
आप बच्चों को कोई चुटकुला या कोई गीत, कोई छोटी कहानी सुनाएं और साथ ही यह भी सुना कर कहें कि “मेरी कोई फीस नहीं है, खास कर वो जो मुझसे नाराज़ हैं”। आप ये कहें कि घर को आपकी पत्नी की कितनी बड़ी ज़रूरत है, उनके ऐसे व्यवहार से कितना बुरा माहौल बन गया है।
आप क्या बिल्कुल ना करें।
पत्नी अगर नाराज़ हैं, तो किसी अन्य से उनकी शिकायत न करें।
कभी भी गुस्से से बात न करें।
अपनी आवाज़ मे कड़वाहट न लाएं।
पत्नी को अकेला कभी ना छोड़ें।
अकेले खाना ना खाएँ, ना उनको खाने दें। साथ मे ही खाने की कोशिश करें।
आप ये भ्रम ना पलें कि आपकी पत्नी खुद ही मान जाएँगी।
आप ग़लती से भी उनको ग़लत साबित करने के लिए तर्क ना दें।
आप शेर बिल्कुल न बने। भीगी बिल्ली बनने मे ही आपकी भलाई है।
बस आप भगवान से दुआ करते रहें की आपकी लक्ष्मी जल्दी से नाराज़गी खत्म कर के आप पर खुशियों की बारीश करना शुरु कर दें।

No comments:

Post a Comment